सात महीने में 1000 से ज़्यादा रेप के मामले हुए हैं दर्ज
Barhi live : sonu pandit झारखंड सरकार महिला सुरक्षा देने में असफल साबित हो रही है। यह कहना है भाजपा नेता रंजीत चन्द्रवंशी का। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में दलित बेटी के साथ दुष्कर्म समेत राज्यभर में जनवरी माह से जुलाई 2020 तक 1033 दुष्कर्म के मामले, दहेज हत्या के बढ़ते मामले, डायन हत्या के बढ़ते मामले झारखंड के लिए शर्म की बात है। सिर्फ राजधानी राँची में 128 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं। जबकि हजरीबाग में 82 दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जो कि राज्य की ध्वस्त होती विधि ब्यवस्था की ओर इंगित करती है। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में महिलाएं सुरक्षित ना हो उस राज्य में विकाश के पैमानों की बात करनी बईमानी है।
जलनशील भावना से काम कर रही है सरकार
पूर्ववर्ती सरकार के कई जनकल्याणकारी, महिला कल्याण से संबंधित योजनाएं सरकार ने बंद कर दिया है, जो दुर्भाग्यजनक है। रघुवर दास की सरकार ने महिलाओं के सम्मान में 1 रुपिया में रजिस्ट्री, उज्ज्वला योजना के तहत गैस के साथ चूल्हा देना, 80 फीसदी महिलाओं को काम देने वाली टेक्सटाइल का काम बंद कर दिया गया। जो स्पष्ट करता है कि सरकार की कथनी और करनी में अंतर है।
चुनावी घोषणा पत्र लागू करे सरकार
चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं के अधिकार और सशक्तिकरण के नाम पर कई वादे किए गए थे। प्रत्येक 3 लाख के आवादी पर एक महिला थाना, पुलिस वालों में महिलाओं को 33% प्रतिनिधित्व, महिलाओं के खिलाफ के अपराधों के मामले को तेजी से निपटारे के लिए फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना, जबकि मुख्य सहयोगी दल कांग्रेस ने घोषणा की थी कि यौन हिंसा या दुर्व्यवहार के शिकार महिलाओं को पुनर्वास समेत दर्जनों घोषणाएं किया था। इन घोषणाओं को पूरा करे सरकार।
राहुल गांधी का राजनीतिक ड्रामा
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सिर्फ पिछले 2 दिनों में रेप की 18 घटनाएं हुई हैं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे उसपर चुप्पी साधे हुए हैं। खुद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी राजस्थान रेप पर कुछ नहीं बोल रही हैं। जबकि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, साल 2019 में देश में सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले कांग्रेस शासित राजस्थान से दर्ज हुए। 2019 में राजस्थान में करीब 6,000 बलात्कार के मामले सामने आए। इतना ही नहीं राजस्थान में बलात्कार के जितने केस दर्ज हुए, उनमें से 9 प्रतिशत पीड़ित दलित महिलाएं हैं। लेकिन राहुल और प्रियंका वाड्रा इस पर नहीं बोलेंगे। सोनिया, राहुल और प्रियंका को तो सिर्फ यूपी पर राजनीति करनी है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले पर राजनीति शुरू कर दी है। रेप पर राजनीति चमकाने वाले राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की राजनीति इस बात से समझ सकते हैं कि इन दोनों भाई-बहन को सिर्फ यूपी के बलात्कार दिखते हैं, राजस्थान के नहीं। दुष्कर्म कहीं हो इसे जायज नहीं ठहराया जा सकता है।